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107.Food Recipes चुकंदर परांठा Beetroot Paratha

 चुकंदर (बीटरूट) परांठा

Food Recipes में हम आप को सिखाते हैं। चुकंदर (बीटरूट) परांठा बनाने की Recipes.ये चुकंदर परांठा अपने आप में बहुत अच्छे लगते हैं क्योंकि ये हल्के मसाले वाले होते हैं। ताजा चुकंदर और अन्य मसालों से भरा एक स्वस्थ, स्वादिष्ट और परतदार पराठा हैं।चुकंदर में सोडियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, आयरन की मात्रा काफी होती है, रोजाना चुकंदर का सेवन करने से शरीर में खून की कमी को दूर करने में मदद मिल सकती है. अगर आप ब्लड प्रेशर के मरीज हैं तो आपनी डाइट में चुकंदर को शामिल करें. चुकंदर में नाइट्रेट्स होता है. नाइट्रेट्स बढ़े हुए ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद कर सकता है शरीर में खून की कमी होने पर खाली पेट चुकंदर का सेवन फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि शरीर में खून की कमी शरीर में आयरन की कमी के कारण होती है और चुकंदर में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है। इसलिए इसका सेवन करने से खून की कमी दूर होती है।चुकंदर फाइबर से भरपूर होते हैं और आपके पेट में अच्छे बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देते हैं। आपके पाचन तंत्र में बहुत सारे स्वस्थ बैक्टीरिया होने से बीमारी से लड़ने और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। फाइबर पाचन में भी सुधार करता है और कब्ज के खतरे को कम करता है।ये सादे दही, रायता, अचार, चटनी, दाल या किसी भी करी के साथ भी बहुत अच्छे लगते हैं। अगर आपके घर में छोटे बच्चे या छोटे बच्चे हैं, तो उन्हें रायता या लस्सी के साथ परोसें।


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चुकंदर

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चुकंदर
Beetroot
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चुकंदर
जातिबीटा वल्गैरिस
Beta vulgaris
उपजातिबीटा वल्गैरिस उपजाति वल्गैरिस
कृषिजोपजाति समूहकोन्डीटीवा समूह
उत्पत्तितटीय चुकंदर

चुकंदर एक मूसला जड़ वाला वनस्पति है। यह बीटा वल्गैरिस नामक जाति के पौधे होते हैं जिन्हें मनुष्यों ने शताब्दियों से कृषि में पाला है और कई नस्लों में विकसित करा है। इसकी मूसला जड़ अक्सर हलकी-मीठी होती है और उसका रंग लाल, जामुनी, पीला या श्वेत होता है।

खाने में प्रयोग

विश्व के कई स्थानों में चुकंदर की जामुनी जड़ को कच्चा, उबालकर या भूनकर खाया जाता है। इसे अकेले या अन्य सब्ज़ी के साथ खाया जा सकता है, और इसका अचार भी डाला जाता है। भारतीय खाने में इसे महीन काटकर और हलका-सा पकाकर मुख्य खाने के साथ खाया जाता है। चुकंदर के पत्तों को भी खाया जाता है, इनका प्रयोग आहार में कच्चा, उबालकर या भाप-देकर होता है।[1][2] चुकंदर लोहा, विटामिन और मिनरलस का बहुत ही अच्छा श्रोत है इसीलिए चुकंदर का औषधीय उपयोग अधिक किया जाता है|


सामग्री: गेहूं का आटा 2 कप, बीट रूट (चुकंदर) 1, अदरक 1 इंच, लहसुन 4-5 कलियां, लाल मिर्च पाउडर 1 टीस्पून, जीरा 1 टी स्पून, नमक स्वादानुसार, तेल 2 टेबल स्पून विधिः सबसे पहले चुकंदर का छिलका निकाल लें और छोटे टुकड़ों में काट लें। अब कटे हुए चुकंदर को मिक्सर के जार में डालें साथ में जीरा, अदरक, लहसुन को मोटे टुकड़ों में काट कर डालें। इन सभी का बारीक पेस्ट बना लें। पेस्ट बनाते समय द कप पानी डाल कर पीसें। अब एक कटोरे में गेहूं का आटा लें और उसमें चुकंदर का पेस्ट, तेल, नमक डालें। 

विधि:
इन सभी को आपस में मिक्स करें, जरूरत के अनुसार पानी डालें और नरम आटा गूंध लें। आटे को 10 मिनट रेस्ट पर छोड़ दें, 10 मिनट बाद आटे पर 1 चम्मच घी डालें और फिर से गंध लें। आटे को बराबर भागों में बांट लें। आटे के एक भाग को गोल कर चपटा करें और दोनों और आट लगा लें। अब परांठे को गोल या चौकोर बेल लें। तवा गर्म करें और उस पर बेला हुआ परांठा रखें। परांठे को एक तरफ से थोड़ा पकने दें उसके बाद पलट कर दूसरी ओर भी सिकने दें। परांठे पर तेल या घी लगाकर दोनों ओर अच्छे से सेक लें। परांठों को दही, अचार या हरी चटनी के साथ सर्व करें।


Beetroot Paratha

We teach you in Food Recipes. Beetroot Paratha Recipes. These beetroot parathas taste great on their own as they are mildly spiced. A healthy, tasty and flaky paratha stuffed with fresh beetroot and other spices. Beetroot is rich in sodium, potassium, phosphorus, iron, consuming beetroot daily can help in reducing anemia in the body. .If you are a patient of blood pressure, then include beetroot in your diet. Beetroot contains nitrates. Nitrates can help in reducing the increased blood pressure. Consuming beetroot on an empty stomach is considered beneficial when there is a lack of blood in the body. Because the lack of blood in the body is due to the lack of iron in the body and plenty of iron is found in beetroot. Therefore, consuming it helps in reducing anemia. Beetroot is rich in fiber and promotes the growth of good bacteria in your stomach. Having lots of healthy bacteria in your digestive tract helps fight disease and boost your immune system. Fiber also improves digestion and reduces the risk of constipation. They also go great with plain curd, raita, pickle, chutney, dal or any curry. If you have small babies or toddlers at home, serve them with raita or lassi.

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 Ingredients:

 Wheat flour 2 cups, Beet root 1, Ginger 1 inch, Garlic 4-5 cloves, Red chili powder 1 tsp, Cumin 1 tsp, Salt as per taste, Oil 2 tbsp Method: First peel the beetroot. Take it and cut it into small pieces. Now put the chopped beetroot in the jar of the mixer along with cumin, ginger, garlic cut into thick pieces.Make a fine paste of all these. Grind by adding ½ cup of water while making the paste. Now take wheat flour in a bowl and add beetroot paste, oil, salt to it. 

Method:
Mix all these together, add water as required and knead into a soft dough. Leave the dough to rest for 10 minutes, after 10 minutes pour 1 teaspoon ghee on the dough and smell it again.Divide the dough into equal parts. Round one part of the dough and flatten it and apply flour on both the sides. Now roll the parantha into round or square shape. Heat the tawa and place the rolled parantha on it. Let the parantha cook a little from one side, then turn it over and let it cook on the other side as well. Apply oil or ghee on the parantha and roast it well on both the sides. Serve the parathas with curd, pickle or green chutney.

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