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160.Food Recipes rainbow delight रेनबो डिलाइट

rainbow delight

We teach you in Food Recipes . Recipes to make Rainbow Delight. Ice cream gives instant energy boost Eating ice cream in summer season makes you feel refreshed and energetic instantly. The cream present in it works to provide instant energy boost, fats and carbs. This is especially beneficial for growing children. Ice cream is one such dish. Which we can't do even if we want to. Ice cream is in front of us and no one asks to eat it, it can't happen, whether children, young or old, everyone likes ice cream. So let's make today. We use to make Rainbow Delight Ice Cream. Pour vanilla ice cream, fresh fruits (black grapes, green grapes, watermelon, orange), orange crush, poppy crush, cherries and tutti frutti for garnishing in a glass. Add all the chopped fruits. Add khus crush and orange crush. Serve garnished with cherries and tutti-frutti.

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Ingredients: 2 scoops vanilla ice cream, 1 cup fresh fruits (black grapes, green grapes, watermelon, orange), 10 grams orange crush, 10 grams poppy seeds, cherries and tutti frutti for garnishing.


Method: Put 2 scoops of ice cream in a glass. Add all the chopped fruits. Add khus crush and orange crush. Serve garnished with cherries and tutti-frutti.

रेनबो डिलाइट

Food Recipes में हम आप को सिखाते हैं। रेनबो डिलाइट बनाने की Recipes. आईस्क्रीम तुरंत एनर्जी बूस्ट करती हैगर्मी के मौसम में आइसक्रीम खाने से आप फौरन तरो ताज़ा और एनर्जेटिक महसूस करते हैं। इसमें मौजूद क्रीम तुरंत एनर्जी बूस्ट, फैट्स और कार्ब देने का काम करती है। यह खासतौर पर बपढ़ते बच्चों के लिए फायदेमंद होती है।आइसक्रीम ही एक ऐसा व्यंजन हैं। जिसे हम चाह कर भी न नही कर सकते आईस्क्रीम सामने हो और कोई खाने को न कहे ये तो हो ही नहीं सकता इसमें क्या बच्चे, जवान और क्या बुड्डे सब को आईस्क्रीम भाती ही हैं। तो चलो आज हम बनाते हैं।रेनबो डिलाइट आईस्क्रीम को बनाने के लिए हम इसतेमाल करते हैं। वेनीला आइस्क्रीम, ताज़े फल (काले अंगूर, हरे अंगूर, तरबूज, संतरा), ऑरेंज क्रश,खस क्रश, सजाने के लिए चेरीज़ और टूटी-फ्रूटी एक ग्लास में आइस्क्रीम डालें. सारे कटे हुए फल डालें. खस क्रश और ऑरेंज क्रश मिलाएं. चेरी और टूटी-फ्रूटी से सजाकर सर्व करें.

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सामग्री: २ स्कूप वेनीला आइस्क्रीम, १ कप ताज़े फल (काले अंगूर, हरे अंगूर, तरबूज, संतरा), १० ग्राम ऑरेंज क्रश, १० ग्राम खस क्रश, सजाने के लिए चेरीज़ और टूटी-फ्रूटी .

विधिः
एक ग्लास में २ स्कूप आइस्क्रीम डालें. सारे कटे हुए फल डालें. खस क्रश और ऑरेंज क्रश मिलाएं. चेरी और टूटी-फ्रूटी से सजाकर सर्व करें.



Q; आइसक्रीम कब खाना चाहिए?
A; वैसे तो आप पूरे साल कभी भी आइसक्रीम खा सकते हैं लेकिन अगर आप हल्की गर्मी और हल्की सर्दी में आइसक्रीम खाते हैं तो इससे आपको कोई नुकसान नहीं होगा. ध्यान रखें कभी भी तेज धूप और गर्मी में आइसक्रीम न खाएं. इससे आपको परेशानी हो सकती है. किसी भी सीजन के आते-जाते वक्त आप आइसक्रीम खा सकते हैं.


Q; आइसक्रीम में कौन सा विटामिन होता है?
A; आइसक्रीम में विटामिन ए, बी-2 और बी-12 पाया जाता है. विटामिन ए आपकी स्किन, हड्डियों और इम्यूनिटी सिस्टम की क्षमता को बढ़ाता है. इसके अलावा इससे आंखों की रोशनी भी बेहतर होती है. विटामिन बी-2 और बी-12 मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखता है और बी-12 वजन घटाने में सहायक होता है.


Q; क्या हफ्ते में एक बार आइसक्रीम खाना ठीक है?
A;जब आप अन्यथा स्वस्थ आहार खाते हैं तो कभी-कभी आइसक्रीम जैसे व्यवहार ठीक होते हैं , लेकिन उन्हें कभी भी आपके दैनिक जीवन का आधार नहीं होना चाहिए।

Q; आइसक्रीम का आविष्कार किसने किया था?

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A; एंटोनियो लातिनी (1642-1692), नेपल्स में एक स्पेनिश वायसराय के लिए काम करने वाले एक व्यक्ति को शर्बत के लिए एक नुस्खा लिखने वाले पहले व्यक्ति होने का श्रेय दिया जाता है। वह दूध आधारित शर्बत बनाने के लिए भी जिम्मेदार है, जिसे अधिकांश पाक इतिहासकार पहली "आधिकारिक" आइसक्रीम मानते हैं।

Q; विश्व की सबसे महंगी आइसक्रीम कौन सी है?
A; आप माने या ना माने, लेकिन अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के मशहूर रेस्टोरेंट Serendipity 3 में दुनिया की सबसे महंगी आइसक्रीम सर्व की जा रही है. संडे आइसक्रीम की कीमत है एक हज़ार अमेरिकी डॉलर यानि करीब 82 हज़ार रुपये.

आइसक्रीम
मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से

आइसक्रीम
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आइसक्रीम की कप
उद्भव
वैकल्पिक नाम गेलटो, शर्बत, फ्रोज़न कस्टर्ड
व्यंजन का ब्यौरा
भोजन मिठाई
परोसने का तापमान जमा हुआ
मुख्य सामग्री दूध, क्रीम, चीनी
अन्य प्रकार स्ट्रौबेरी, चॉक्लेट, वैनिला


आइसक्रीम एक मीठा जमे हुए भोजन है जिसे आमतौर पर नाश्ते या मिठाई के रूप में खाया जाता है । यह डेयरी दूध या क्रीम से बनाया जा सकता है और एक स्वीटनर, या तो चीनी या एक विकल्प , और एक मसाला , जैसे कोको या वेनिला , या स्ट्रॉबेरी या आड़ू जैसे फलों के साथ स्वाद होता है । इसे फ्लेवर्ड क्रीम बेस और लिक्विड नाइट्रोजन को एक साथ मिलाकर भी बनाया जा सकता है । मिश्रण को पानी के हिमांक से नीचे ठंडा किया जाता है और हवा के रिक्त स्थान को शामिल करने और पता लगाने योग्य बर्फ के क्रिस्टल को बनने से रोकने के लिए उभारा जाता है । परिणाम एक चिकना, अर्ध-ठोस फोम है जो बहुत कम तापमान (2 डिग्री सेल्सियस या 35 डिग्री फारेनहाइट से नीचे) पर ठोस होता है। इसका तापमान बढ़ने पर यह अधिक लचीला हो जाता है।
परिचय एवं निर्माण

घर पर आइसक्रीम बनाने के लिए जमानेवाली मशीनों का प्रयोग किया जाता है, जिन्हें फ्रीजर कहते हैं। यह लोहे की कलईदार चादर का, ठक्क्नदार, बेलनाकार डिब्बा होता है जो काठ की बाल्टी में रखा रहता है। मशीन का हैंडिल घुमाने से डिब्बा नाचता है और इसके भीतर लगे लकड़ी के फल उलटी ओर घूमते हैं। डिब्बे में आइसक्रीम जमाने की घरेलू मशीन बीच के फलदार दंड से दूध आदि का मिश्रण मथ उठता है। इसकी अगल बगल लगे काठ छटककर बरतन के भीतरी पृष्ठ पर से जमी आइसक्रीम को खुरच लेते हैं, जिससे दूध के नए अंश को जमने का अवसर मिलता है।

दूध तथा अन्य वस्तुओं का सम्मिश्रित घोल रहता है, बाहर बर्फ और नमक का मिश्रण। वर्फ और नमक का मिश्रण बर्फ से कहीं अधिक ठंडा होता है और उसकी ठंडक से बतरन के भीतर का दूध जमने लगता है। पहले पहल बर्तन की दीवार पर दूध जमता है। उसे भीतर घूमने वाली लकड़ियाँ खुरचकर दूध में मिला देती हैं। इस प्रकार दूध थोड़ा थोड़ा जमता चलता है और शेष दूध में मिलता जाता है। कुछ समय में सारा दूध जम जाता है, परंतु भीतरी लकड़ी के घूमते रहने से वह पूरा ठोस नहीं हो पाता। इस अवस्था के बाद हैंडिल घुमाना बेकार है।

बढ़िया आइसक्रीम के लिए निन्मलिखित अनुपात में वस्तुएँ मिलाई जा सकती हैं: आठ छटाँक क्रीम, चार छटाँक दूध, चार छटाँक संघनित दुग्ध (कंडेस्ड मिल्क) या उसके बदले में उतनी ही रबड़ी (अर्थात उबालकर खूब गाढ़ा किया हुआ दूध), तीन छटाँक चीनी औ इच्छानुसार सुगंध (गुलाबजल या वैनिलाएसेंस या स्ट्रॉबरी एसेंस आदि) तथा मेवा, पिस्ता, बादाम या काजू अथवा फल। यदि पूर्वोक्त चार छटाँक दूध में एक चुटकी अरारोट (पहले अलग थोड़े से दूध में मसलकर) मिला लिया जाए और उस मिश्रण को उबाल लिया जाए तो अधिक अच्छा होगा। स्मरण रहे, संघनित दूध के बदले रबड़ी डालने से स्वाद उतना अच्छा नहीं होता। ठंडा होने पर सब पदार्थो को एक में मिलाकर सुगंध डालनी चाहिए। (क्रीम वह वस्तु है जिससे मक्खन निकलता है; दूध की क्रीम निकलनेवाली मशीन में डालकर मशीन को चालू करने पर मक्खनरहित दूध अलग हो जाता है और क्रीम अलग)। डेयरी से क्रीम खरीदी जा सकती है। क्रीम न मिले तो उबले दूध को कई घंटे स्थिर छोड़कर ऊपर से निकाली गई मलाई और चिकनाई से काम चल सकता है, परंतु स्वाद में अंतर पड़ जाता है।

बाहरी बाल्टी के लिए बर्फ को नुकीले काँटे और हथौड़ों से छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ डालना चाहिए (या काठ के हथौड़े से चूर करना चाहिए)। टुकड़े आधा इंच या पौन इंच के हों; कोई भी एक इंच से बड़ा न रहे। दो भाग बर्फ में एक भाग पिसा नमक पड़ता है। थोड़ी बर्फ, तब थोड़ा नमक, फिर बर्फ और नमक, इसी प्रकार अंत तक पारी पारी से नमक और बर्फ डालते रहना चाहिए। ध्यान रहे कि दूधवाले बरतन में नमक न घुसने पाए। बर्फ और नमक के गलने से ही ठंडक उत्पन्न होती है।

बड़े पैमाने पर आइसक्रीम बनाने के लिए मशीनों का प्रयोग किया जाता है। इसमें सात आठ इंच व्यास की एक नली होती है, जिसके भीतर खुरचनेवाली लकड़ियाँ लगी रहती हैं। इस नली में एक ओर से दूध आदि का मिश्रण घुसता है, दूसरी ओर से तैयार आइसक्रीम, जिसमें केवल मेवा आदि डालना रहता है, निकलती है; कारण यह है कि बर्फ बनाने की मशीन में नली के ऊपर एक खोल रहता है और खोल तथा नली के बीच के स्थान में अत्यंत ठंढी की गई अमोनिया या अन्य गैस बहती रहती है।

विदेशों में अरारोट के बदले साधारणत: जिलेटिन का उपयोग किया जाता है। इसका उद्देश्य होता है कि दूध के पानी से बर्फ के रवे न बन जाएं और मथने के कारण क्रीम से मक्खन अलग न हो जाए (यदि आइसक्रीम को जमाते समय खूब मथा जाए तो वह पर्याप्त वायुमय न बन पाएगी और इसलिए स्वादिष्ट न होगी)। जमाने के पहले मिश्रण को आधे घंटे तक 155 डिग्री फारेनहाइट ताप तक गरम करके तुरंत खूब ठंडा किया जाता है जिससे रोग के जीवाणु मर जाएँ। इस क्रिया को पैस्टयुराइज़ेशन कहते हैं। मिश्रण को बहुत बारीक छेद की चलनी में डालकर और बहुत अधिक दबाव का प्रयोग करके (लगभग 2,500 पाउंड प्रति वर्ग इंच का) छाना जाता है। इससे दूध में चिकनाई के कण बहुत छोटे (प्राकृतिक नाप के अष्टमांश) हो जाते हैं। इससे आइसक्रीम अधिक चिकनी और स्वादिष्ट बनती है।

जमानेवाली मशीन से निकलने के बाद आइसक्रीम को ठंडी कोठरी में, जो बर्फ से भी अधिक ठंडी होती है, कई घंटे तक रखते हैं। इससे आइसक्रीम कड़ी हो जाती है। फिर ग्राहकों के यहाँ (होटल और फेरीवालों के पास) विशेष मोटरलारियों में उसे भेजते हैं। जब तक वह बिक नहीं जाती, लारियों में वह साधारणत: प्रशीतकों (रेफ्रीजरेटरों) या गरमी न घुसने देने वाली पोटियों में रखी जाती है।





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